सेन्ट्रल डेस्क। पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में उस समय अजीब स्थिति पैदा हो गई जब आम आदमी पार्टी का एक विधायक ने सदन की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा कर दी। विधानसभा की कार्यवाही के दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक जगतार हिस्सोवाल ने कांग्रेस में शामिल होने की बात कही और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंंह सिद्धू के बगल में आकर बैठ गए। इससे पहले बुधवार काे आम आदमी पार्टी की विधायक रूपिंदर कौर रूबी कांग्रेस में शामिल हो गई थीं।
डीएपी की कमी को लेकर आम आदमी पार्टी विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सड़कों पर उतर आई। विरोध में पार्टी विधायकों ने पैदल मार्च निकाल कर प्रदर्शन के साथ ही सदन का बहिष्कार किया। नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने सूबे में डीएपी की कमी के लिए मोदी और चन्नी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार की नाकामी के कारण पंजाब के किसानों को खाद नहीं मिल पाई।
आम आदमी पार्टी के विधायक करताार हिस्सेवाल चलती विधानसभा में कांग्रेस में शामिल हो गए और नवजोत सिद्धू के साथ ट्रेजरी बेंच पर जाकर बैठ गए। इसके बाद सिद्धू ने आप विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये क्या हाल बनाकर रखा है, कुछ लेते क्यों नहीं। इसके बाद विपक्ष के नेता हरपाल चीमा और स्पीकर के बीच तीखी बहस आप के विधायक वेल में आ गए। हालांकि मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के नेता को बोलने की इजाजत दी जाए।
बता दें कि इससे पहले बुधवार को बठिंडा देहात से आम आदमी पार्टी की विधायक रूपिंदर कौर रूबी कांग्रेस में शामिल हो गई थीं। उन्हाेंने मंगलवार रात आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को पार्टी से अपना इस्तीफा भेज दिया था। इसके बाद बुधवार शाम पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू की मौजूदगी में रूपिंदर कौर रूबी कांग्रेस में शामिल हुईंं।
पंजाब विधानसभा में गुरुवार को केंद्र के कृषि क़ानूनों को रद्द करने को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया. इस दौरान कांग्रेस के नेताओं और अकाली दल के नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई. हंगामे के बाद पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि विपक्ष डर गया है इसलिए पंजाब विधानसभा में जानबूझकर हंगामा किया गया.
बता दें कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब के किसान बीते एक साल से आंदोलन कर रहे हैं. पंजाब विधानसभा का स्पेशल सत्र कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पास करने के लिए ही बुलाया गया था. इसके अलावा स्पेशल सेशन के दौरान बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के खिलाफ भी प्रस्ताव भी पास किया गया.
पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह की ओर से तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया गया था. रणदीप सिंह ने कहा, ”पंजाब में कांग्रेस की सरकार जब तक रहेगी तब तक इन तीन कानूनों को लागू नहीं होने दिया जाएगा.”
अकाली दल और कांग्रेस नेताओं के बीच हुई नोंक झोक की वजह से सदन की कार्रवाई को रोकना भी पड़ा. नवजोत सिंह सिद्धू ने अकाली दल पर सच नहीं सुनने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही सिद्धू का कहना है कि चन्नी सरकार अगले पांच साल के काम की नींव रख रही है.
विशेष सत्र के दौरान पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, “बीजेपी को पंजाब में लाने वाली अकाली दल है. पंजाब में आरएसएस और बीजेपी को लेकर आने वाली अकाली दल है. जम्मू कश्मीर के साथ अन्याय हुआ और जम्मू कशमीर की धारा को तोड़ दिया गया. स्टेट को खत्म कर दिया गया. तब सुखबीर बादल कहां थे. जब देश की संसज में राज्यों के अधिकार खत्म किये जा रहे थे, तब सुखबीर बादल कहां थे. जम्मू कश्मीर के अधिकार को छीना गया, तब सुखबीर बादल ने कुछ नहीं कहा.”