Fake Inspector Arrested : बिहार के इस थाने में आराम से ड्यूटी बजा रहा था फर्जी दारोगा,गश्ती से अनुसंधान तक कर रहा था हर काम

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Fake Inspector Arrested : बिहार के खगड़िया जिले (Khagaria news) के मानसी थाना में लगभग एक माह तक फर्जी दारोगा (Fake Sub Inspector) बनकर रहे विक्रम कुमार को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक मोबाइल व दो एडमिट कार्ड बरामद किया गया।

वह गत 26 अगस्त को मानसी थाना (Mansi thana) में अपना योगदान कर प्रशिक्षु के रूप में कार्य कर रहा था। जांच में पाया गया कि उसके पदस्थापन व प्रतिनियुक्ति को लेकर योगदान को लेकर कोई आदेश व निर्देश मानसी थानाध्यक्ष को नहीं दिया गया था।

गत सात जुलाई को विधिवत जिलादेश के साथ मानसी थाना में चार पुलिस पदाधिकारियों ने योगदान किया। जिसमें विक्रम का नाम नहीं था। मानसी थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने इस मामले में विक्रम के विरुद्ध कांड संख्या 295/2021 के तहत केस दर्ज कराया है। आरोपी बेगूसराय जिले के भगवानपुर प्रखंड अंतर्गत सतराजेपुर गांव निवासी रामचन्द्र सहनी का पुत्र बताया जा रहा है।

बता दें कि मानसी थाना में इस फर्जी दारोगा (Fake Inspector) के काम करने की सूचना पर पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आरोपी युवक थाने में काम करने के साथ ही पुलिस की गश्ती और वरीय अधिकारियों के साथ अनुसंधान में भी जाता रहा, लेकिन किसी को उसकी असलियत का पता नहीं लगा था।अब इस मामले को लेकर एसपी अमितेश कुमार के निर्देश पर कठोर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई है।
मानसी थाना में बिना जिलादेश और वायरलेस के ड्यूटी जॉइन करने वाले फर्जी दारोगा विक्रम की अब गिरफ्तारी हो चुकी है। मानसी थाना में उसके विरुद्ध थाना कांड संख्या 295/21 में प्राथमिकी दर्ज करते हुए उसे जेल भेज दिया गया है।

वहींं, आरोपी दारोगा के थाना में योगदान देने से लेकर एक माह से ज्यादा समय तक थाने में ड्यूटी करवाने को लेकर मानसी के एसएचओ पर भी विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

बताया जा रहा है कि बिहार पुलिस सेवा आयोग द्वारा जारी किए गए एडमिट कार्ड और कई ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह कार्रवाई की गई है। इस पूरे मामले का खुलासा सोशल मीडिया के जरिये एक आरटीआई कार्यकर्ता मनोज मिश्रा ने किया है।

दरअसल, मानसी थाना के फर्जी दारोगा विक्रम कुमार पर आरोप है कि उसने बिना एसपी के जिलादेश और वायरलेस के थाने में जॉइन किया। इतना ही नहीं उस पर वर्दी पहनकर वसूली करने और लोगों को धमकाने का भी आरोप सोशल मीडिया पर लगा था। इसके बाद खगड़िया एसडीपीओ की जांच में मामला सही पाया गया था। मानसी थानाध्यक्ष की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।

अधिकारियों का कहना है कि इसमें थानाध्यक्ष की गलती स्पष्ट रूप से दिखती है कि उन्होंने योगदान किस आधार पर लिया था।

एसपी अमितेश कुमार ने साफ लहजे में कहा कि मानसी के एसएचओ की भूमिका काफी संदिग्ध है। ऐसे में उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है। हालांकि, इस मामले में मानसी थानाध्यक्ष खुद को बेकसूर बता रहे हैं।

उन्होंने कहा कि एसपी के आदेश पर विक्रम कुमार को गिरफ्तार किया गया है। जिनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए उनको जेल भेजा गया है। बहरहाल खगड़िया जिले में इस फर्जी दारोगा का मामला खूब सुर्खियों में है।

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