आए थे परीक्षा देने करनी पड़ी ट्रैक्टर की सवारी, महिला परीक्षार्थियों को हुई मुसीबत

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छपरा. शहर में जल जमाव के बीच शहर के कुल 9 परीक्षा केंद्रों पर बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ. इस दौरान परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में परीक्षार्थियों को सेंटरों पर पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं कुछ परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों को पहुंचने के लिए पानी हेलकर और ट्रैक्टर की सवारी करके भी पहुंचना पड़ा. कुछ जगह पानी से बचने के लिए ठेले पर बैठकर भी परीक्षार्थी जाते दिखे.

सर्वाधिक परेशानी डॉ पीएन सिंह डिग्री कॉलेज एवं राजेंद्र कॉलेज के परीक्षा सेंटर पर हुई, जहां कॉलेज में परीक्षा देने के लिए छात्र-छात्राएं हाथ में जूता चप्पल उठा घुटने भर पानी में हेलकर परीक्षा भवन तक पहुंचे. वही कुछ परीक्षार्थियों को पी एन सिंह कॉलेज के परीक्षा भवन तक पहुंचने के लिए ट्रैक्टर की सवारी भी करनी पड़ गई. जिसके लिए उन्हें ₹20 का शुल्क अदा करना पड़ा.

हालांकि परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थी सुबह 8:00 बजे तक ही पहुंच चुके थे और करीब आधे घंटे तक यह विचार करते रहे कि गंदे पानी को हेलकर कैसे सेंटर तक पहुंचा जाए. आधे घंटे बीतने के बाद जब कॉलेज प्रशासन के द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई तो मजबूरन छात्र और छात्राएं पानी में कूद पड़े और किसी तरह पानी हेलकर भींगे वस्त्र परीक्षा सेंटर तक पहुंच गये.

यह हाल छपरा शहर के विख्यात राजेंद्र महाविद्यालय एवं डॉ पीएन सिंह डिग्री कॉलेज में देखने को मिला. जिसके बाद पीएन सिंह डिग्री कॉलेज के समीप स्थानीय लोगों के द्वारा ट्रैक्टर की व्यवस्था की गई. जहां ट्रैक्टर चालक के द्वारा प्रति परीक्षार्थी ₹20 की वसूली के बाद परीक्षार्थियों को कॉलेज मुख्य द्वार से परीक्षा कक्ष तक पहुंचाया गया.

वहीं अन्य सेंटरों पर परीक्षार्थियों को पहुंचने के लिए थोड़ी बहुत परेशानी जरूर हुई. बताते चलें कि बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए शहर के राम जयपाल कॉलेज, गंगा सिंह कॉलेज सलेमपुर, डॉ पीएन सिंह कॉलेज ब्रह्मपुर, सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल चॉदमारी रोड, छपरा सेन्ट्रल स्कूल साढ़ा, ब्रजकिशोर किंडर गार्टेन डाकबंगला रोड, शंकर दयाल सिंह कॉलेज कटरा, जगदम कॉलेज एवं राजेन्द्र कॉलेज छपरा को केन्द्र बनाया गया था.

परीक्षा को शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संपन्न कराने के लिए परीक्षा केन्द्र पर स्टैटिक दण्डाधिकारी-सह-प्रेक्षक, जोनल दण्डाधिकारी-सह-समन्वय प्रेक्षक, उड़नदस्ता, पुलिस पदाधिकारी, 1-4 सशस्त्र बल एवं महिला सिपाही की नियुक्ति की गई थी.