मधुबनी। जिले में पिछले एक महीने से कमोवेश रोज वर्षा हो रही है। रिकॉर्ड तोड़ वर्षा ने जिले के झंझारपुर स्थित आरएस बाजार के व्यवसायियों की आर्थिक रीढ़ तोड़ दी है। जलनिकासी की मुकम्मल व्यवस्था न होने के कारण सड़क पर जलजमाव है, जिस कारण दुकानों में भी पानी घुस रहा है। दुकानों में पानी घुस जाने से बाजार के व्यवसायियों का करोड़ों का माल बर्बाद हो रहा है।
स्थानीय व्यवसायियों का कहना है कि जल जमाव क्षेत्र के लिए कोढ़ सावित हो रहा है। बाजार की सड़क पर जलजमाव के कारण कारोबार ठप्प होने से कई व्यवसायियों ने पलायन की तैयारी शुरू कर दी है। बता दें कि क्षेत्र में पिछले महीने से कमोवेश रोज वर्षा हो रही है। रिकॉर्ड तोड़ वर्षा और जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण सड़कों पर और दर्जनो व्यवसासियों की दुकानों में पानी जमा है। दूकानों में रखे करोड़ो रूपये के माल के सड़ने से व्यवसायियों को भारी नुकसान हुआ है।
बताते चलें कि झंझारपुर का आरएस बाजार इस इलाके का बहुत पुराना और समृद्ध बाजार है। यहां तकरीबन 500 छोटे बड़े व्यवसायियों के अतिरिक्त सैकड़ों फुटपाथी दूकानदार हैं। प्रतिदिन यहां करोड़ों का ब्यापार होता है। इस बाजार में 7 बैंकों की शाखा भी है। छोटे से बाजार में बैंकों की इतनी शाखाओं का रहना ही इस बाजार की समृद्धि और व्यापारिक क्षमता का परिचायक है लेकिन आजकल वर्षा और जलजमाव के कारण हमेशा गुलजार रहने वाले इस बाजार में सन्नाटा छाया रहता है।
बाजार के कई व्यवसायियों ने बताया कि झंझारपुर के आरएस बाजार की ऐसी दुर्गति दरभंगा निर्मली रेलखण्ड के आमान परिवर्तन के बाद से हुई है। उनका कहना है कि पहले जल निकासी की माकूल व्यवस्था रहने के इस बाजार में जलजमाव नहीं होता था।
कमला नदी पर नए रेल पुल, ब्रॉड गेज रेललाइन और नए रेलवे स्टेशन व बिल्डिंग आदि के निर्माण के कारण जल निष्कासन की पुरानी व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी हैं। अब हल्की वर्षा में भी यह बाजार झील बन जाता है। मानसून में तो बाढ़ का खतरा भी बढ़ जाता है।
बाजारवासियों और व्यवसायियों की शिकायत है कि जनप्रतिनिधि और प्रशासन इस बाजार में जलजमाव को लेकर गम्भीर नही हैं। अगर यह बाजार जलजमाव से मुक्त नही रहा तो व्यवसायी पलायन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।