सेंट्रल डेस्क। लोक जनशक्ति पार्टी में जारी घमासान अंततः कोर्ट में पहुंच गया है।दूसरे धड़े के नेता पशुपति कुमार पारस के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के कयासों के बीच चिराग पासवान ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की है।लोकसभा में पशुपति कुमार पारस को पार्टी संसदीय दल का नेता घोषित करने को लेकर यह याचिका दायर की गई है।
पार्टी के दो धड़ों में बंटने के वक्त चिराग पासवान के चाचा व बिहार के हाजीपुर से सांसद पशुपति कुमार पारस ने पार्टी के अन्य चार सांसदों के साथ अलग धड़ा बना लिया था।इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष द्वारा उन्हें सदन में लोजपा संसदीय दल के नेता के रूप में मान्यता दी गई थी।खुद चिराग पासवान ने ट्वीट कर याचिका दायर किए जाने की जानकारी दी है।
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चिराग पासवान ने ट्वीट कर लिखा है “लोकसभा अध्यक्ष के द्वारा पार्टी से निकाले गए सांसदों में से श्री पशु पति पारस जी को नेता सदन मानने के बाद लोक जनशक्ति पार्टी ने माननीय लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष उनके फ़ैसले पर पुनः विचार याचिका दी थी जो अभी भी विचाराधीन है। लोक जनशक्ति पार्टी ने आज माननीय लोकसभा अध्यक्ष के प्रारम्भिक फ़ैसले जिसमें पार्टी से निष्कासित सांसद श्री पशुपति पारस जी को लोजपा का नेता सदन माना था, के फ़ैसले के ख़िलाफ़ आज दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की गई है।”
बता दें कि कल शाम को केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार होने की संभावना है।इस संभावित विस्तार में पशुपति कुमार पारस के मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं चल रही हैं।इस बीच चिराग पासवान ने कल ही साफ कर दिया था कि वे कोर्ट की शरण में जाएंगे।इससे पहले स्व. रामविलास पासवान की जयंती पर चिराग ने उनकी कर्मभूमि व फिलहाल पशुपति पारस के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर से ‘आशीर्वाद यात्रा’ की शुरुआत की है तो पशुपति पारस गुट ने भी इस अवसर पर पटना में कार्यक्रम का आयोजन किया था।