तो क्या बिहार में पक रही कोई राजनीतिक खिचड़ी, नाराज मंत्री मदन साहनी अचानक दिल्ली हुए रवाना, लग रहे कई तरह के कयास

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पटना। आज यानि 3 जुलाई, शनिवार को दिन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूरे आत्मविश्वास के साथ दावा किया था कि बिहार की नीतीश सरकार जल्द ही गिर जाएगी और रात में राजनीतिक गतिविधियां अचानक तेज हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार फिलहाल नाराज चल रहे मंत्री मदन साहनी रात की फ्लाइट से दिल्ली रवाना हो गए हैं और राजनीतिक हलकों में यह चर्चा चलने लगी है कि इस दिल्ली दौरे में बिहार से जुड़े एक बड़े नेता के साथ उनकी मुलाकात हो सकती है। हालांकि अबतक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।

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बताया जा रहा है कि मंत्री मदन साहनी अगले दो दिनों तक दिल्ली में रहने वाले हैं। कहा जा रहा है कि वे दिल्ली स्थित बिहार भवन में ही ठहरेंगे। हालांकि मदन साहनी के अचानक हुए इस दिल्ली दौरे को लेकर अभी सिर्फ कयास ही लगाए जा रहे हैं। न तो इस दौरे को लेकर उनकी तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी दी गई है, न ही पक्ष-विपक्ष के किसी नेता ने कोई प्रतिक्रिया दी है लेकिन जब उनकी पार्टी के तमाम बड़े नेता पटना में उपस्थित हैं तो हालिया घटनाक्रम के बाद अचानक उनका दिल्ली दौरा अपने आप ही बहुत कुछ कह जाता है।

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इससे पहले आज दिन में उन्होंने मुजफ्फरपुर में अपने सहकर्मी मंत्री जीवेश झा के बारे में कई बातें कह दी थीं। उन्होंने जीवेश झा के विरुद्ध कई आरोप भी जड़ दिए थे। बता दें कि जीवेश झा और मदन साहनी दोनों एक ही जिले से आते हैं। इससे पहले मंत्री जीवेश झा ने कहा था कि उन्हें कभी महसूस नहीं हुआ कि राज्य में अफसरशाही की स्थिति है। पत्रकारों ने मंत्री मदन साहनी के उस बयान को लेकर मंत्री जीवेश झा से प्रतिक्रिया मांगी थी, जिसमें मदन साहनी ने कहा था कि बिहार में अफसरशाही चल रही है और उनके विभाग में अफसर तो क्या चपरासी भी उनकी बात नहीं सुनते।

बता दें कि बीते गुरुवार को मंत्री मदन साहनी ने यह घोषणा कर राजनीतिक हलकों में सनसनी फैला दी थी कि वे इस्तीफा देने जा रहे हैं। उन्होंने इसके पीछे जो कारण बताया था वह और सनसनीखेज था। उन्होंने विभागीय सचिव पर उनकी बात नहीं सुनने का आरोप लगाते हुए यहां तक कह दिया था कि अफसरों की कौन कहे, चपरासी भी उनकी बात नहीं सुनते। वैसे कहा जा रहा है कि यह पूरा मामला विभागीय अधिकारियों के स्थानांतरण के विवाद से जुड़ा हुआ है।

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