पटना: वाहन चेकिंग के दौरान ट्रैफिक पुलिस आमलोगों से अच्छा व्यवहार (good behavior) नहीं कर रही. इस तरह की शिकायत मिलने पर पुलिस मुख्यालय (Police headquarters) ने नाराजगी जताई है और इसे लेकर ट्रैफिक आईजी एमआर नायक (M.R Nayak) ने भागलपुर सहित सभी जिलों को पत्र लिखकर कहा है कि ट्रैफिक पुलिस (Traffic police) के इस तरह के बर्ताव से आमलोगों में क्षोभ एवं आक्रोश व्याप्त है जिस कारण कभी भी विधि व्यवस्था की गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है. ट्रैफिक आईजी (traffic IG) ने लिखा है कि उन्हें विभिन्न स्तरों से ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस तरह के बर्ताव की सूचना मिल रही है.
ट्रैफिक आईजी ने सभी जिलों को लिखे पत्र में कहा है कि यातायात में तैनात पुलिस पदाधिकारियों (police officers) और पुलिसकर्मियों को ड्यूटी निभाने और वाहन चेकिंग के दौरान धैर्यतापूर्वक अपने आचरण और व्यवहार से आमलोगों को संतुष्ट करते हुए एमवी एक्ट के तहत नियमानुकूल कार्रवाई (act as per law) करें.
उनका कहना है कि वाहन चेकिंग के दौरान अपने व्यवहार को ठीक रखते हुए भी जुर्माना (fine) वसूली व अन्य कार्रवाई की जा सकती है. ऐसा होने पर आमलोगों में आक्रोश की भावना उत्पन्न नहीं होगी.
ट्रैफिक आईजी ने जिलों को एसपी (SP of district) को निर्देश दिया है कि यातायात कार्य से जुड़े पुलिस पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर जाने से पहले ब्रीफ किया जाये. उन्हें बताया जाये कि वाहन चेकिंग (vehicle checking) के दौरान आम लोगों के साथ उन्हें कैसा व्यवहार रखना है.
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि कर्तव्य निष्पादन के बाद फिर से उन पुलिस पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों (policeman) से बात की जाये और ड्यूटी के दौरान देखी गयी उनकी कार्यशैली के बारे में बताया जाये और उसमें सुधार लाने की बात कही जाये.